Description
‘वà¥à¤¯à¤‚गà¥à¤¯ की घà¥à¥œà¤¦à¥Œà¥œâ€™ सीधे शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में ज़िनà¥à¤¦à¤—ी की घà¥à¥œà¤¦à¥Œà¥œ है। ठीक उसी तरह, जैसे बेतरतीब सड़कों पर थमे बिना चलते रहना, कड़कते तेल के छौंक की खà¥à¤¶à¤¬à¥‚ का चिमनी में सिमटना, पà¥à¤°à¥‡à¤® की सौंधी खà¥à¤¶à¤¬à¥‚ का जीवन से पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤¨ करना, जिंदगी की आसमान को छूने की दौड़ या इक दूजे से आगे निकलने की होड़ में ख़à¥à¤¦ को à¤à¥‚ल जाना, उड़ने की ख़à¥à¤µà¤¾à¤¹à¤¿à¤¶ में गà¥à¤¦à¤—à¥à¤¦à¤¾à¤¤à¥‡ पलों का बिखरना, जीवन से कहकहों का रूठकर सिमटना, à¤à¤• अंतहीन पà¥à¤¯à¤¾à¤¸ की चाहत में ख़à¥à¤¦ से बेरà¥à¤–ी करना या समय के इस चकà¥à¤° में खà¥à¤¦ को मूरà¥à¤– बनाना, खà¥à¤¶à¤«à¤¹à¤®à¥€ का जामा पहनना, जिसका अहसास हमें ही सà¥à¤µà¤¯à¤‚ à¤à¥€ नहीं होता है, खà¥à¤¦ को धोखा देकर आà¤à¤¾à¤¸à¥€ पलों को जीना, ज़िनà¥à¤¦à¤—ी के हर, पल समय को हराने के लिठà¤à¤¾à¤—ना। कहीं कà¥à¤› छूट रहा है कहीं दिल टूट रहा है। समय के पलटते पनà¥à¤¨à¥‹à¤‚ ने वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में जीवन की तसà¥à¤µà¥€à¤° को बदल दिया है। सोशल मीडिया ने जहाठदà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को आपस में जोड़ा है, वहीं जिंदादिली को मार कर अकेलेपन को à¤à¥€ जोड़ा है। कहीं हम अवसाद के घेरे में न आ जाà¤à¤, आओ चलो कहकहों को चà¥à¤°à¤¾à¤à¤à¥¤ परिवेश से बिखरी हà¥à¤ˆ संवेदनाओं को समेटकर उसमें वà¥à¤¯à¤‚गà¥à¤¯ का हलà¥à¤•à¤¾ सा छौंक लगा दें। संजीदगी को फिर से ज़िनà¥à¤¦à¤—ी की घà¥à¥œà¤¦à¥Œà¥œ बना दें। आपके पà¥à¤¯à¤¾à¤° को हम अपना सिरमौर बना लें। वà¥à¤¯à¤‚गà¥à¤¯ की घà¥à¥œà¤¦à¥Œà¥œ को अपने दिल से लगा लें।
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