Description
à¤à¤• महागाथा, सृषà¥à¤Ÿà¤¿ के आरमà¥à¤ की। à¤à¤• महागाथा, देवतà¥à¤µ के सृजन की। à¤à¤• महागाथा, महानायक के अà¤à¥à¤¯à¥à¤¦à¤¯ की। à¤à¤• महागाथा, अतीत से वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ की। अतीत जो हमारा था और वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ जो हमारा है। कà¥à¤¯à¤¾ समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§ है दोनों का? मानवों की महातà¥à¤µà¤¾à¤•à¤¾à¤‚कà¥à¤·à¤¾ से। तà¥à¤°à¥‡à¤¤à¤¾ यà¥à¤— का महाजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥€, महापंडित और महातपसà¥à¤µà¥€ जब वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में पà¥à¤¨: जनà¥à¤® लेगा तो कà¥à¤¯à¤¾ होगा? उसकी इचà¥à¤›à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚, कलियà¥à¤— की महातà¥à¤µà¤¾à¤•à¤¾à¤‚कà¥à¤·à¤¾ तथा दृशà¥à¤¯ और अदृशà¥à¤¯ संसार की सà¤à¥€ शकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में मची हलचल, बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¾à¤£à¥à¤¡ को या तो निगल जायेगी अथवा उसे बचाने आयेंगे तà¥à¤°à¤¿à¤¦à¥‡à¤µ? उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आना ही होगा; धरà¥à¤® की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ के लिà¤, अधरà¥à¤® के विनाश के लिà¤à¥¤ करà¥à¤® के बंधन को कौन तोड़ पाया है; कà¥à¤¯à¤¾ सती के पà¥à¤°à¥‡à¤® में शिव, धरा पर नहीं चले आये? कà¥à¤¯à¤¾ शकà¥à¤° के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¥‹à¤§ ने उसे देवेनà¥à¤¦à¥à¤° नहीं बना दिया? फिर, कà¥à¤¬à¥‡à¤°à¤¨à¤¾à¤—ा के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¥‹à¤§ का कà¥à¤¯à¤¾ होगा? महेश रामकृषà¥à¤£à¤¨ की अशांत आतà¥à¤®à¤¾ का कà¥à¤¯à¤¾ होगा? कà¥à¤¯à¤¾ होगा अंशà¤à¥‚ता की इचà¥à¤›à¤¾à¤“ं का? देवसेना के नारीतà¥à¤µ का? पà¥à¤²à¤¤à¥à¤¸à¥à¤¯ की संवेदनाओं का? रामेषà¥à¤Ÿ के समरà¥à¤ªà¤£ का और कà¥à¤¯à¤¾ होगा लोरी के पà¥à¤¯à¤¾à¤° का? पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का चà¥à¤¨à¤¾à¤µ मानव से देव बनने की महागाथा।
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