"योगेश कुमार को पढ़ना और लिखना पसंद है । वे दिल्ली में रहते है । शिक्षा में साधारण रहे योगेश कुमार अब रेंट बिज़नेस में है । और लिख भी लेते है । उन्होंने तीन उपन्यास लिखे है । इंसान की शक्ति , उलझी सी कहानी और पापा कहते है इन का तीसरा उपन्यास है । इन के द्वारा लिखे उपन्यास ठीक ठाक चल रहे है । योगेश कुमार को जिदंगी में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है । वे २००१में अवसाद से पीड़ित रहे है परंतु उन्होंने अवसाद को भी पछाड़ दिया है । वे शिक्षा में स्नातक है । और अब लिखने में लगे है ।
इस के अलावा वे अपनी रुचि के हिसाब से पढ़ते भी है ।अक्सर रात भर पढ़ने में बिताते है ।
उनका कहना है की किताब अगर दिलचस्प है तो वो किसी मूवी से भी अच्छी होती है । इस लिए वो अच्छी किताब खोजते रहते है। उन्हें प्रेमचंद के उपन्यास और कहानी संग्रह बेहद पसंद है । वे प्रेमचंद के फैन है ।साथ में वे नए दौर के लेखकों को भी पसंद करते है । उन्होंने बचपन में ही उपन्यास लिखने का शोक रहा है ।पर पढ़ाई के कारण वे उस उम्र में नही लिख पाए थे ।जब उन्हें समय मिला उन्होंने लिखना शुरू किया । साधारण से परिवार में रहे योगेश कुमार लोगो के व्यक्तित्व में बड़ी रुचि रखते है । इन सभी विशेषताओं के कारण ही वे तीन उपन्यास लिख पाए है । वे अपने आस पास हो रही घटनाओं में भी कहानी ढूढते रहते है ।लिखने पढ़ने के अलावा वे संगीत सुनना भी पसंद करते है । "
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