Sawla Sitara


अनुमिता शर्मा का जन्म और प्रारंभिक शिक्षा मुज़फ़्फ़रपुर, बिहार में हुई। उसके पश्चात् की पढ़ाई और लिखाई दिल्ली में जारी है। उन्होंने हंसराज कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास में B.A. और जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय से इतिहास में ही M.A. किया। वे तीन अंग्रेज़ी उपन्यासों- ‘द कर्स ऑफ़ यस्टरडे’, ‘सम वेरी डिग्निफ़ाइड डिस्क्लोज़र्स’ और ‘99 मून एवेन्यू’ की लेखिका हैं। हिंदी में उनका पहला कहानी संग्रह ‘कुछ आपबीती कुछ जगबीती’ भारतीय ज्ञानपीठ से प्रकाशित हुआ और ‘प्रत्याशा’ उनका दूसरा कहानी संग्रह है। उनकी पुस्तकें युवाओं और बुजुर्गों को समान रूप से आकर्षित करती हैं- विशेषकर ऐसे पाठक जो गहन चरित्रों, मनोवैज्ञानिक रहस्यों, और असाधारण रिश्तों की कहानियाँ पसंद करते हैं। जादुई यथार्थवाद, अलौकिक रोमांस, अतीत के प्रति रोमांच, और अकेलेपन से जूझ रहे विचित्र पात्रों के व्यक्तिगत संघर्षों को दर्शाते उनके लीक से हटकर लेखन को पाठकों द्वारा उदारतापूर्वक सराहा गया है। ‘साँवला सितारा’ अनुमिता का हिंदी में लिखा पहला उपन्यास है।

 

Description

जीवन के निर्णायक मोड़ पर, जब दिशा को करियर और विवाह के बीच चुनाव करना है; तो वह दोनों सवालों को ताक पर रखकर, किसी सच्चे प्रेमी की तलाश में एक जुनूनी सफ़र पर निकल पड़ती है। उसकी तमन्नाओं के तार रहस्यमय रूप से कुछ चिट्ठियों से जुड़े हैं, जो दशकों पहले उसकी माँ को एक सहेली ने लिखे थे। क्या है इन पत्रों का सच? जिन्हें पढ़ते हुए दिशा पागलपन के कगार पर पहुँच जाती है? क्या दिशा उस प्रेम को पाने में सफल रहेगी, जिसकी चाह में दो आत्माएँ भटक रही हैं? या उसे ढूँढते हुए दिशा पुराने दर्द की छायाओं में डूब जाएगी?

Book Details

Weight 188 g
Dimensions 8.5 × 5.5 × 8.5 in
Author

Anumita Sharma

Binding

Edition

First

ISBN

9788119562138

Language

Hindi

Pages

188

Publication Date

14-Jan-2025

Author

Anumita Sharma

Publisher

Anjuman Prakashan