Description
‘मुझे तुम्हारे जाने से नफ़रत है’ पढ़ना वैसा ही है, जैसा SMS के बीप पर कौंधना; या किसी ख़ास मेल के इंतज़ार में, इनबॉक्स को बार-बार रिफ़्रेश करना; किसी Romantic गीत को सुनकर गुम हो जाना; या सैड सॉंग सुनकर उदास हो जाना| ऐसी कहानियाँ, जिसे पढ़ते हुए आप वहीं ठहर जाते हैं, किताब के बीच उँगलियाँ फँसाकर, स्याह शब्दों के बीच खो जाते हैं; क्यूँकि वहाँ आप ख़ुद को लिखा पाते हैं| कभी अपनी ऊँगली काट कर, ख़ून से प्रेम पत्र लिखते हुए; तो कभी किसी के साथ लास्ट कॉफ़ी पीकर आगे बढ़ जाते हैं| किसी स्टेशन पर बिताई एक रात; या किसी के चले जाने पर, उसे नहीं रोक पाने की कसक, जो आपको अंदर ही अंदर कचोटती रहती है| ख़ुद के ख़त्म हो जाने से पहले कह दीजिये कि ‘मुझे तुम्हारे जाने से नफ़रत है’
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