Book Details
| Weight | 230 g |
|---|---|
| Dimensions | 0.6 × 5.5 × 8.5 in |
| Edition | First |
| Language | Hindi |
| Binding | PaperBack |
| Pages | 184 |
| ISBN | 9789387390089 |
| Publication Date | 2018 |
| Author |
Priyanka om |
| Publisher |
Redgrab Books |







रुपेश उपाध्याय –
हमने एक बैठक में ही इस किताब की सारी कहानियों को जबरदस्ती ख़ुद में समेट लिया था. हमें बहुत अच्छी लगीं थीं ये कहानियां. प्रियंका जी की लेखनी प्रेक्टिकली बहुत करीब से चलती गयी है. संवाद भी एक दुसरे से अच्छे समबन्ध बनाये में बंधे हैं. किसी को किसी के जाने से नफरत तो हो सकती है लेकिन कई लोग मार भी कर सकते हैं. कभी यात्रा में हों तब जरूर पढियेगा क्यूंकि वैसे तो आप पढने से रहे या रहीं. देखिये बुरा मत मानिए, समयाभाव के कारण हम ऐसा बोल रहे हैं. बाकी कहानियां बड़ी इंट्रेस्टिंग हैं.