Mujhe tumhare jane se nafrat hai

(1 customer review)

175.00


In stock

SKU: 9789387390089 Categories: , , , , Tag:

Book Details

Weight 230 g
Dimensions 0.6 × 5.5 × 8.5 in
Edition

First

Language

Hindi

Binding

PaperBack

Pages

184

ISBN

9789387390089

Publication Date

2018

Author

Priyanka om

Publisher

Redgrab Books

Reviews

1 review for Mujhe tumhare jane se nafrat hai

  1. रुपेश उपाध्याय

    हमने एक बैठक में ही इस किताब की सारी कहानियों को जबरदस्ती ख़ुद में समेट लिया था. हमें बहुत अच्छी लगीं थीं ये कहानियां. प्रियंका जी की लेखनी प्रेक्टिकली बहुत करीब से चलती गयी है. संवाद भी एक दुसरे से अच्छे समबन्ध बनाये में बंधे हैं. किसी को किसी के जाने से नफरत तो हो सकती है लेकिन कई लोग मार भी कर सकते हैं. कभी यात्रा में हों तब जरूर पढियेगा क्यूंकि वैसे तो आप पढने से रहे या रहीं. देखिये बुरा मत मानिए, समयाभाव के कारण हम ऐसा बोल रहे हैं. बाकी कहानियां बड़ी इंट्रेस्टिंग हैं.

Only logged in customers who have purchased this product may leave a review.