Description
जिने दन जान आवी तिने दन तुकाराम प्राण पर रमी ग्यो। गांगरी ने की देदू कि मांदळु वगाडतु दम तोड़ दूं पुन मांदळु बन्द नी करूं। आज जान वाळा ने हराविन आह लेवा नू से, तमु नासवा नो बन्द मत करजो। जान आवी गी। नासवा नी होड़ाहोड़ी लागी। तुकाराम मांदळु वगाड़वा लाग्यू। नासवा वाळा न बी हूं हमजे, हाँ हाँ ही ही हूं हूं करिन नासवा लाग्या। जान वाळा डिजे लिन आया। डिजे ईं नासवा लाग्या। डिजे जोर जोर थी वाग तेला। डिजे नी आवाज थी सबु नो दिमाग खराब थावा लाग्यो। बे तिन सोरिया बेहरियो थाई ग्यो। बे जणा नो काळजू थरथर कापवा लाग्यू। डिजे थी सबु नी सातियो फाटवा लाग्यो। सब गांगरवा लाग्या कि डिजे बन्द कर दो। डिजे वाळा ईं डिजे बन्द कर देदा।आंई तुकाराम मांदळु वगाड़तेलो। सबुन मांदळ नी आवाज आसल लागतेली। ते बदा मनखू मांदळा नी मेरे आविन नासवा लाग्या। मांदळु सबुन ने आसल लाग्यो। सब लोकु केवा लाग्या कि डिजे बन्द करवा देवो। इनथी मनख मांदा थावा लागी ग्या। आपडी पुरानी रिती रिवाज ना ढोल मांदळु, ढोलक, ढोलकी, हणायो, थाळी, कुन्डी ही आसल से। विवाह करे ते ये सिज लावानी अन वगाड़वा नी। डिजे बन्द कर देवा जोवे।





