Description
अखिल भारतीय सांगलिया पीठ के सर्वंगी सम्प्रदाय की विचारधारा को समर्पित यह पुस्तक “बदलाव” चरित्र से लेकर चेतना तक… में धूणी की परम्परा और विचारधारा की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि से लेकर भविष्य की रूपरेखा को सटीक भाषा में कलमबद्ध किया गया है। इस संदर्भ में सर्वंगी सम्प्रदाय की विचारधारा और परम्परा का गहन अध्ययन करते हुए पुस्तक में उन सभी पहलुओं को समाहित किया जिसके जरिए सम्पूर्ण व्यक्तित्व को आकार दिया जाकर एक जिम्मेदार नागरिक निर्माण किया जा सके । मनुष्यता की यात्रा आदिमानव से शुरू हुई है जो विभिन्न पड़ावों से होते हुए महामानव तक जानी है ऐसे में एक नियंत्रित मार्गदर्शन बेहद जरूरी है आध्यात्मिक चेतना को विस्तार देने और चारित्रिक शोधन के जरिए किसी व्यक्ति को अपने व्यक्तित्व के सम्पूर्ण आकार लेने तक का मार्गदर्शन अपने भीतर समेटे हुए यह पुस्तक पाठकों के जीवन में बदलाव को समर्पित रहेगी।




