Ulajhi Dor
13
May
कई एक सन्दर्भों में यह कविता-संग्रह आपको पाठकीयता का एक अलग अनुभव देता मिलेगा। यहाँ कविताएँ सिर्फ़ अपनी बात ही नहीं कहतीं बल्कि पाठक के साथ सीधा संवाद करती हुई, प्रश्न भी खड़े करती हैं। इस संग्रह में सामाजिक सरोकार तो है ही लेकिन उसके साथ प्रेम भी है; जीवन, समाज, सिद्धांत और जीवन-मूल्यों की उलझनें भी हैं। अपनी बातों …