Description
सिराज फ़ैसल ख़ान का जनà¥à¤® 10 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ 1991 को शहीदों के नगर ‘शाहजहाà¤à¤ªà¥à¤°’ के गाà¤à¤µ ‘महाननà¥à¤¦à¤ªà¥à¤°’ में हà¥à¤†à¥¤ ‘जीव-विजà¥à¤žà¤¾à¤¨’ में सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤• à¤à¤µà¤‚ ‘इतिहास’ और ‘शिकà¥à¤·à¤¾à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤°’ में परासà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤• की डिगà¥à¤°à¥€ लेने वाले फ़ैसल ने उरà¥à¤¦à¥‚ साहितà¥à¤¯ का दामन थामा और ग़ज़लों व नज़à¥à¤®à¥‹à¤‚ को अपनी अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ का माधà¥à¤¯à¤® बनाया। वरà¥à¤· – 2011 में उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ ‘कविता कोश पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤°’ से समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया गया। उनकी रचनाà¤à¤ विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पतà¥à¤°-पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾à¤“ं में निरंतर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ होती रही हैं।
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