Description
एक तेज गति से चलने वाली अनूठी कहानी है जो एक परिपक्व व्यक्ति, एक एक्साइज इंस्पेक्टर के अपने घर से गायब होने की घटना से शुरू होती है। इसके बाद शुरू होती है उसे खोजने की मुहिम और हलचलें जो उसे खोजने के लिए हमारे समाज में प्रचलित तमाम तरीको के इर्द गिर्द घूमती हैं। साथ ही ऐसे मौकोंपर मुहल्ले वालो, नाते के तौर तरीको की भी झलक नजर आती है। पुलिस विभाग तो इसका हिस्सा होता ही है पर यहाँ एक्साइज विभाग से भी गुजरते हुए कहानी समाज के बहुत से घटको को परत दर परत खोलते हुए वेश्यावृत्ति और भ्रष्टाचार के सर्वथा नए आयामो का दर्शन कराते एक ऐसे आश्रम तक पहुँचती है जो कभी एक वास्तविक सिद्ध पुरुष द्वारा स्थापित हुआ था पर उसकी विरासत उसे आधुनिक संसाधनो का प्रयोग करते हुए उसे कै से चला रही थी, हम इसके रूबरू होते हैं।