Description
कहानी 2013 की पृषà¥à¤ à¤à¥‚मि पर आधारित है। कहानी दीन-दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ से बेफिकà¥à¤°, मसà¥à¤¤à¤®à¥Œà¤²à¤¾ अमर और बोलà¥à¤¡, समà¤à¤¦à¤¾à¤°, और ज़िमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤° गीत के इरà¥à¤¦-गिरà¥à¤¦ घूमती है। ऋषिकेश का रहने वाला अमर, दिलà¥à¤²à¥€ में जॉब करता है। शादी जैसे माहौल में उसकी मà¥à¤²à¤¾à¥˜à¤¾à¤¤ गीत से होती है, पर बात सिरà¥à¥ž मà¥à¤²à¤¾à¥˜à¤¾à¤¤ तक रह जाती है। दिलà¥à¤²à¥€ में, à¤à¤• दिन अचानक अमर और गीत की मà¥à¤²à¤¾à¥˜à¤¾à¤¤ होती है। बातें, मà¥à¤²à¤¾à¥˜à¤¾à¤¤à¥‡à¤‚, मोहबà¥à¤¬à¤¤ में तबà¥à¤¦à¥€à¤² हो जाती हैं। दोनों लिव-इन में रहते-रहते अपने à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ का ख़à¥à¤µà¤¾à¤¬ à¤à¥€ देखने लगते हैं। इसी बीच अमर से à¤à¤• à¤à¤¸à¥€ ग़लती हो जाती है जिससे दोनों को à¤à¤•-दूसरे से अलग होना पड़ जाता है। अमर पूरी तरह से टूट जाता है। अलगाव से उपजी इस निराशा से ख़à¥à¤¦ को बाहर लाने के लिठवह रोड टà¥à¤°à¤¿à¤ª पर निकल जाता है, जहाठवो अलग-अलग तरह के लोगों से मिलता है, बातें करता है और उनकी सà¥à¤Ÿà¥‹à¤°à¥€ को अपने बà¥à¤²à¥‰à¤— पर शेयर करता है; पर इन सबके बावजूद वो गीत को à¤à¥à¤²à¤¾ नहीं पाता। इसी बीच उसे अपनी बहन की शादी में ऋषिकेश आना पड़ता है, जहाठउसे गीत के ऋषिकेश में ही होने की बात पता चलती है। जब वो गीत से मिलता है तो बहà¥à¤¤ कà¥à¤› बदल चà¥à¤•à¤¾ होता है। फिर… अब आगे कà¥à¤¯à¤¾ होता है? कà¥à¤¯à¤¾ अमर, गीत à¤à¤• दूसरे के हो पाते हैं। ये कहानी पà¥à¤¯à¤¾à¤°-मà¥à¤¹à¤¬à¥à¤¬à¤¤ को इतने क़रीब से देखती है कि हर बात, हर घटना आपको ख़à¥à¤¦ के आस-पास घटित होती हà¥à¤ˆ महसूस होती है। दो दिलों की पà¥à¤¯à¤¾à¤° à¤à¤°à¥€ दासà¥à¤¤à¤¾à¤¨ है ‘अमर-गीत नेसà¥à¤Ÿ’।.
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